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ट्रेन के टिकट पर छपी इन 5 चीज़ों का मतलब शायद आप नहीं जानते होंगे

ट्रेन के टिकट पर छपी इन 5 चीज़ों का मतलब शायद आप नहीं जानते होंगे

जब भी आप ट्रेन से यात्रा करते हैं, तो टिकट लेना एक जरूरी प्रक्रिया होती है। लेकिन क्या आपने कभी गौर किया है कि उस रेलवे टिकट पर छपी हर जानकारी का कोई न कोई अर्थ और महत्व होता है?

ज्यादातर लोग सिर्फ यात्रा की तारीख, ट्रेन नंबर और सीट नंबर देखते हैं। लेकिन इसके अलावा टिकट पर और भी कई संकेत, कोड और शब्द होते हैं, जिनका एक विशेष अर्थ होता है — जो रेलवे की भाषा में बहुत कुछ कहते हैं।

इस लेख में हम बात करेंगे ट्रेन टिकट पर छपी 5 ऐसी चीज़ों की, जिनका मतलब शायद आप नहीं जानते होंगे — और जानकर आप भी कहेंगे, “ये तो कभी ध्यान ही नहीं दिया!”


1. “CLS”, “CNF”, “RAC”, “WL” जैसे कोड्स का असली मतलब

आपने टिकट पर ये तीन-चार अक्षरों वाले कोड ज़रूर देखे होंगे — जैसे:

अब जानते हैं इनका सही अर्थ क्या होता है:

➤ CNF – Confirmed

इसका मतलब है कि आपकी सीट पक्की हो चुकी है और सीट नंबर टिकट पर लिखा होता है।

➤ RAC – Reservation Against Cancellation

इसका अर्थ है कि आपकी सीट बर्थ नहीं है, बल्कि एक आधा सीट/आधा बर्थ है। अगर किसी की टिकट कैंसल होती है, तो आप बर्थ पा सकते हैं।

➤ WL – Waiting List

इसका मतलब है कि आपको अभी तक सीट नहीं मिली। अगर दूसरों की बुकिंग कैंसल होती है, तभी आपकी टिकट कन्फर्म हो सकती है।

➤ CLS – Class of Travel

यह दर्शाता है कि आपने कौन-सी श्रेणी में यात्रा की बुकिंग की है — जैसे:


2. PNR नंबर – सिर्फ एक कोड नहीं, आपकी यात्रा की पूरी पहचान

हर टिकट के ऊपरी हिस्से में एक 10 अंकों का नंबर लिखा होता है – इसे कहते हैं PNR (Passenger Name Record)

➤ इसका मतलब क्या है?

PNR नंबर रेलवे के डाटाबेस में आपकी बुकिंग से जुड़ी हर जानकारी का लिंक होता है — जैसे:

➤ PNR से आप क्या-क्या जान सकते हैं?


3. कोटा (Quota) कोड – कौन-सी बुकिंग के तहत मिली है सीट?

आपने टिकट पर कभी GN, LD, HO, FT, SS, CK जैसे शब्द देखे होंगे?

ये सभी कोटा को दर्शाते हैं, यानी आपकी टिकट किस कैटेगरी के अंतर्गत बुक हुई है:

➤ GN – General Quota

सामान्य बुकिंग के लिए सबसे कॉमन कोटा।

➤ LD – Ladies Quota

महिलाओं के लिए आरक्षित बर्थ।

➤ HO – Headquarter Quota

रेलवे के अधिकारियों के लिए रिज़र्व बुकिंग।

➤ FT – Foreign Tourist Quota

विदेशी यात्रियों के लिए खास आरक्षण।

➤ SS – Senior Citizen Quota

वरिष्ठ नागरिकों के लिए कोटा।

➤ CK – Tatkal Quota

Tatkal बुकिंग के तहत आरक्षित सीट।

जानकारी: कोटा बुकिंग सिर्फ यात्रियों की सुविधा के लिए बनाई गई है और हर ट्रेन में इनका अलग-अलग प्रतिशत आरक्षण होता है।


4. ट्रेन नंबर और कोड – क्या कहता है चार से पाँच अंकों का नंबर?

आपकी टिकट पर ट्रेन का एक 5 अंकों का नंबर लिखा होता है – जैसे 12301 या 22653।

➤ इसका अर्थ क्या है?

रेलवे ने सभी ट्रेनों को एक यूनिक कोड दिया होता है। इससे ट्रेनों को शेड्यूल करना, ट्रैक करना और उनका रिकॉर्ड रखना आसान होता है।

उदाहरण:

ट्रेन नंबर से ही आप जान सकते हैं:

टिप: ट्रेन नंबर से IRCTC या NTES ऐप पर आप लाइव लोकेशन भी देख सकते हैं।


5. बोर्डिंग स्टेशन और यात्रा की तारीख – इसमें फर्क क्यों होता है?

टिकट पर अक्सर दो तारीखें दिखाई देती हैं:

  1. Journey Date (यात्रा की तारीख)
  2. Boarding Point (जहां से आप ट्रेन में चढ़ेंगे)

➤ फर्क क्या है?

मान लीजिए ट्रेन दिल्ली से मुंबई जा रही है, और आपने बुकिंग की है आगरा से चढ़ने की — तो ट्रेन की यात्रा शुरू हो चुकी होगी, लेकिन आप बोर्डिंग पॉइंट पर चढ़ेंगे।


बोनस: टिकट पर लिखे इन शब्दों का क्या मतलब होता है?

शब्दअर्थ
CHILDबच्चा यात्री (5-11 साल)
ADULTवयस्क यात्री
SL/3A/2A/1Aयात्रा की श्रेणी (स्लीपर, AC 3 Tier आदि)
DOJDate of Journey (यात्रा की तारीख)
TDRटिकट वापसी की स्थिति (Ticket Deposit Receipt)

क्यों ज़रूरी है टिकट की हर जानकारी को समझना?

ट्रेन टिकट पर दी गई हर जानकारी सिर्फ एक “चिट्ठी” नहीं है, बल्कि रेलवे सिस्टम की एक जटिल और व्यवस्थित प्रक्रिया की झलक है।

इन्हें समझकर आप:


निष्कर्ष

रेलवे टिकट सिर्फ यात्रा का परमिट नहीं, बल्कि एक जानकारी से भरी डॉक्युमेंट है। अगली बार जब आप टिकट लें, तो उसमें छपी हर लाइन और कोड को ध्यान से पढ़िए — शायद आपको कुछ नया और रोचक जानने को मिले।


तो अब जब भी आप टिकट खरीदें, सिर्फ तारीख और सीट न देखें — टिकट खुद बहुत कुछ कहती है, बस पढ़ने की नजर चाहिए!

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