जानिए वो 10 स्टेशन जिनके नाम हैं सबसे मजेदार और अजीब!

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भारत में रेलवे केवल यात्रा का साधन ही नहीं, बल्कि भाषा, संस्कृति और क्षेत्रीय विविधता का आइना भी है। और जब बात हो रेलवे स्टेशनों के नामों की, तो कई बार ऐसे नाम सामने आते हैं जिन्हें पढ़कर या सुनकर हँसी आ जाए, हैरानी हो या दिमाग सोच में पड़ जाए।

कुछ नाम इतने सीधे-सादे होते हैं कि अर्थ तक समझ में नहीं आता, कुछ ऐसे जिनका उच्चारण ही मुश्किल होता है, और कुछ नाम इतने मजेदार या अजीब हैं कि सोशल मीडिया पर वायरल हो जाते हैं।

इस लेख में हम आपको बताएंगे भारत के 10 सबसे मजेदार, अजीब और अनोखे नाम वाले रेलवे स्टेशनों के बारे में, और जहाँ हो सके वहां बताएंगे उनके पीछे की कहानी भी।

1. सिल्ली (Silli)

स्थान: झारखंड
स्टेशन कोड: SLF

सिल्ली नाम सुनते ही लोगों को हँसी आ जाती है, क्योंकि अंग्रेज़ी में ‘Silly’ का मतलब होता है मूर्खतापूर्ण। लेकिन असल में यह एक प्रामाणिक जगह का नाम है, जिसका कोई मजाक से लेना-देना नहीं है।
स्थानीय भाषा में ‘सिल्ली’ का अर्थ होता है एक विशेष प्रकार का इलाका जो जंगल और खेतों के बीच स्थित हो।

2. डुमरी जलालपुर (Dumri Jalalpur)

स्थान: बिहार
स्टेशन कोड: DMJP

नाम इतना लंबा और पेचीदा है कि यात्री अक्सर उच्चारण में ही अटक जाते हैं। कई लोग इसे ‘डमरी जलालपुर’ भी कहते हैं।
हालांकि यह नाम वास्तव में दो गांवों के नामों को जोड़कर बना है — डुमरी और जलालपुर।

3. बेगूसराय (Begusarai)

स्थान: बिहार
स्टेशन कोड: BGS

‘बेगूसराय’ का नाम कई लोग मजाक में ‘बेगुनसराय’ भी कह देते हैं। सोशल मीडिया पर इस नाम को लेकर कई मीम्स भी बन चुके हैं।
असल में, यह नाम ‘बेगू’ नाम की एक महिला से जुड़ा है, जो कभी इस क्षेत्र की मालकिन थीं, और ‘सराय’ का अर्थ होता है ठहरने की जगह।

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4. छिनछिन (Chhinchhin)

स्थान: राजस्थान
स्टेशन कोड: CCN

इस स्टेशन का नाम लोगों को अक्सर हँसा देता है। ऐसा कहा जाता है कि अंग्रेज़ों के समय जब ट्रेन आती थी, तो स्थानीय लोग आवाज़ से पहचानते थे और कहते थे ‘छिन-छिन’।
यही नाम मज़ाक में स्टेशन पर दर्ज हो गया और अब यह वाकई रेलवे स्टेशन है।

5. भोंगांव (Bhongaon)

स्थान: उत्तर प्रदेश
स्टेशन कोड: BGQ

नाम सुनते ही लगता है कि कोई भोंपू बज रहा हो। हालांकि इसका नाम भी ऐतिहासिक और स्थानीय आधार पर रखा गया है, लेकिन उच्चारण की वजह से यह कई यात्रियों के लिए एक मनोरंजन का साधन बन जाता है।

6. बेला (Bela)

स्थान: बिहार
स्टेशन कोड: BELA

‘बेला’ नाम हिंदी में बहुत आम है — किसी लड़की का नाम भी हो सकता है, तो किसी फूल का। जब लोग ट्रेन में टिकट पर ‘बेला’ देखते हैं, तो सोचते हैं कि ये किसी व्यक्ति का नाम है।
हालांकि यह बिहार के एक गांव का नाम है।

7. भैंसा (Bhainsa)

स्थान: तेलंगाना
स्टेशन कोड: BSA

यह स्टेशन नाम सच में ध्यान खींचता है। भैंसा यानी ‘Buffalo’ — जब यात्री इस नाम को सुनते हैं, तो कई लोग पूछते हैं, “क्या यहां सच में भैंसें पाई जाती हैं?”
हालांकि यह एक प्राचीन कस्बे का नाम है जिसका पशुपालन से गहरा संबंध रहा है।

8. बकरा रोड (Bakra Road)

स्थान: राजस्थान
स्टेशन कोड: BKR

बकरा रोड सुनते ही लोग पूछते हैं — “क्या ये बकरों की सड़क है?”
असल में, यह इलाका राजस्थान के सीमेंट उत्पादन क्षेत्र में आता है, और ‘बकरा’ एक खनन स्थल का नाम है। लेकिन नाम के कारण यह स्टेशन बहुत लोकप्रिय हो गया है।

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9. डूडविंद (Dudwindi)

स्थान: पंजाब
स्टेशन कोड: DDWD

यह स्टेशन नाम अपने आप में अनोखा है। ‘डूडविंद’ शब्द सुनते ही लोग सोचते हैं कि यह किसी हवा, दूध या देसी नाम से जुड़ा है।
हालांकि यह स्थानीय बोली का शब्द है, जिसका सटीक अर्थ शायद अब भी एक रहस्य है।

10. कुंवर सिंह (Kunwar Singh)

स्थान: उत्तर प्रदेश
स्टेशन कोड: KWS

नाम तो सम्मानजनक है, क्योंकि कुंवर सिंह 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के नायक थे। लेकिन जो लोग इसे नहीं जानते, वे सोचते हैं कि स्टेशन किसी ‘रॉयल फैमिली’ के सदस्य के नाम पर है और आश्चर्यचकित रह जाते हैं कि “स्टेशन का नाम किसी व्यक्ति पर कैसे हो सकता है?”

सोशल मीडिया पर इन नामों की चर्चा

इन स्टेशनों के नाम अक्सर सोशल मीडिया, यूट्यूब और ट्विटर पर चर्चा का विषय रहते हैं।
कई ट्रैवल ब्लॉगर्स इन स्टेशनों की फोटो लेकर कैप्शन देते हैं —
“पहुंच गया सिल्ली स्टेशन… अब क्या मूर्ख समझोगे?”

रेलवे का रुख इन नामों को लेकर

रेलवे आमतौर पर किसी स्टेशन का नाम बदलता नहीं है जब तक कि राज्य सरकार से विशेष अनुरोध न आए।
इन नामों का स्थानीय संस्कृति और इतिहास से जुड़ाव होता है, इसलिए इन्हें ऐसे ही बनाए रखा गया है।

यात्रियों की प्रतिक्रिया

जब लोग इन स्टेशनों से गुजरते हैं, तो उनमें से कई अपने टिकट की फोटो खींचते हैं या प्लेटफॉर्म बोर्ड के सामने सेल्फी लेते हैं।
कुछ लोगों के लिए ये नाम सिर्फ मजेदार नहीं, बल्कि एक ट्रैवल डायरी में याद रखने वाली चीज़ बन जाते हैं।

निष्कर्ष

रेलवे स्टेशन सिर्फ ट्रैफिक पॉइंट नहीं होते — ये एक क्षेत्र की पहचान, विरासत और भाषा के प्रतीक होते हैं।
कुछ नाम भले ही हमें अजीब लगें, लेकिन उनके पीछे अक्सर एक दिलचस्प कहानी छिपी होती है।
तो अगली बार जब आप ट्रेन टिकट बुक करें, तो ज़रा स्टेशन के नाम पर ध्यान दीजिए — हो सकता है वह नाम आपको मुस्कुराने पर मजबूर कर दे।

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